गले मिल कर जो दबा देते हैं गला
जरा सोचो कैसे करेंगे आपका भला।
जाने का उसके नहीं कोई अफसोस
माहौल रहेगा खुशनुमा, शैतान टला।
छांछ भी पीता है वह फूंक-फूंककर
अब सतर्क है बहुत, दूध का जला।
अब भी मुझे प्यारे हैं सारे दोस्त
यह बात है जुदा कि सबने छला।
इतना तल्ख न हो, ऐसा खौफ न पाल
कि खुशियां भी दिखने लगें तुम्हें बला।
तू हंसता है तो लगता है बेहद अच्छा
देख जलाने वालों का दिल अब जला।
अपनी बेगुनाही बड़ी देर तक समझाई
अब जो समझना है समझ, मैं चला।
दूसरों का दोष क्यों ढोता है दिल पर
देख, कहा मेरा मान, खुद को न गला।
शिकवा किसी से, न शिकायत कोई
यारो! सीख गया मैं, जीने की कला।
जरा सोचो कैसे करेंगे आपका भला।
जाने का उसके नहीं कोई अफसोस
माहौल रहेगा खुशनुमा, शैतान टला।
छांछ भी पीता है वह फूंक-फूंककर
अब सतर्क है बहुत, दूध का जला।
अब भी मुझे प्यारे हैं सारे दोस्त
यह बात है जुदा कि सबने छला।
इतना तल्ख न हो, ऐसा खौफ न पाल
कि खुशियां भी दिखने लगें तुम्हें बला।
तू हंसता है तो लगता है बेहद अच्छा
देख जलाने वालों का दिल अब जला।
अपनी बेगुनाही बड़ी देर तक समझाई
अब जो समझना है समझ, मैं चला।
दूसरों का दोष क्यों ढोता है दिल पर
देख, कहा मेरा मान, खुद को न गला।
शिकवा किसी से, न शिकायत कोई
यारो! सीख गया मैं, जीने की कला।
1 comment:
वाकई।
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